Introduction
क्या आप जानते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में Chemistry की पढ़ाई में भारी गिरावट आई है? यह कहानी उस क्षेत्र की है, जहाँ छात्रों की संख्या में कमी आई है, और इसके साथ ही Chemistry के प्रति रुचि भी घट गई है। Nobel laureate Harry Kroto ने इस समस्या का समाधान खोजने की जरूरत पर जोर दिया। आइए जानते हैं कि क्या कुछ बदलाव आए हैं और इस विषय की स्थिति अब किस दिशा में बढ़ रही है।
Full Article
करीब 20 साल पहले, Nobel laureate और पूर्व Royal Society of Chemistry (RSC) के अध्यक्ष Harry Kroto ने Chemistry की पढ़ाई में गिरावट के बारे में चेतावनी दी थी। उनके अनुसार, पिछले पांच वर्षों में undergraduate Chemistry छात्रों की संख्या में 25% की कमी आई थी। यह केवल विश्वविद्यालयों के लिए ही नहीं, बल्कि UK के भविष्य के लिए भी गंभीर परिणाम ला सकता है।
Robert Mokaya, जो University of Sheffield के provost और deputy vice-chancellor हैं, याद करते हैं कि कई अच्छी Chemistry departments ने अपना काम जारी नहीं रखा। उन्होंने कहा, "अगर यह प्रवृत्ति जारी रही, तो यह निश्चित रूप से chemical sciences में शामिल लोगों की संख्या को कम कर देगी।"
Caroline Dessent, जो University of York में Chemistry department की प्रमुख हैं, बताती हैं कि कई विश्वविद्यालयों में Chemistry department बंद हो गए। "हमारे पास ‘refugee chemists’ आए, जो उन departments से जुड़े थे जिनका समापन हो गया था," उन्होंने कहा। इस समय, यह समस्या वित्तीय थी, क्योंकि विश्वविद्यालयों ने Chemistry के विषय को महंगा मान लिया था।
अब, दो दशकों बाद, Chemistry departments फिर से दबाव में हैं। लेकिन क्या अब छात्रों की संख्या में सुधार हो रहा है?
Chemistry at School
पिछले 20 वर्षों में, A-level Chemistry के छात्रों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 2004 में 32,130 छात्रों से बढ़कर 2023 में यह संख्या 55,512 हो गई है। 2016 के आस-पास, female applicants की संख्या पहली बार male applicants से अधिक होने लगी थी।
Kristy Turner, जो University of Manchester में lecturer हैं, का कहना है कि यह वृद्धि इसलिए हुई है क्योंकि कई degree programmes को Chemistry A-level की आवश्यकता होती है।
Turner बताती हैं कि GCSE curriculum को ‘slim down’ करने की आवश्यकता है ताकि छात्र Chemistry में रुचि दिखा सकें। "हमारी शिक्षा प्रणाली को यह समझने की जरूरत है कि एक D grade भी एक बड़ी उपलब्धि हो सकती है," उन्होंने कहा।
Chemistry at University
Undergraduate Chemistry courses में आवेदनों की संख्या में भी वृद्धि हुई है, 2007 में 20,465 से बढ़कर 2023 में 29,350 हो गई है। लेकिन A-level Chemistry लेने वाले कई छात्र degree level पर नहीं जाते।
Wendy Brown, जो Heads of Chemistry UK की प्रमुख हैं, कहती हैं कि Chemistry पढ़ाई करना महंगा है। "Chemistry एक expensive subject है क्योंकि यह lab-based है।"
Brexit और UK वीजा समस्याओं ने भी विश्वविद्यालयों की भर्ती और वित्त पर बड़ा असर डाला है। अब, European छात्रों को overseas fees चुकानी पड़ती है, जो UK छात्रों की तुलना में दो से तीन गुना अधिक है।
Diversity in Chemistry
Chemistry का क्षेत्र लंबे समय से white, able-bodied heterosexual men द्वारा प्रभुत्व में रहा है। हालांकि, कई विश्वविद्यालय अब inclusion और diversity programmes पर ध्यान दे रहे हैं।
Mokaya का कहना है कि अब universities यह समझते हैं कि एक inclusive और diverse community होना सकारात्मक है। लेकिन, Dessent के अनुसार, पिछले दो वर्षों में इस दिशा में बहुत कम प्रगति हुई है।
Looking to the Future
Chemistry departments के बंद होने के बाद भी, यह एक expensive subject बना हुआ है। अधिक funding की आवश्यकता है ताकि departments अपने छात्रों को शिक्षा देना जारी रख सकें।
Mokaya, Dessent, Brown और Turner सभी सहमत हैं कि इस विषय को एक makeover की जरूरत है ताकि यह दिखाया जा सके कि Chemistry पढ़ाई करने से केवल chemist बनने का रास्ता नहीं खुलता, बल्कि यह कई अन्य career options तक भी पहुंचता है।
Conclusion
Chemistry का भविष्य निश्चित रूप से चुनौतीपूर्ण है, लेकिन हाल के बदलावों से यह दर्शाता है कि सुधार संभव हैं। शिक्षकों की मदद से, जो इस विषय के प्रति उत्साही हैं, और अधिक funding के साथ, Chemistry की पढ़ाई को फिर से एक प्रेरणादायक और आकर्षक विकल्प बनाया जा सकता है।
FAQs Section
1. Chemistry की पढ़ाई में गिरावट का मुख्य कारण क्या है?
Chemistry की पढ़ाई में गिरावट का मुख्य कारण वित्तीय मुद्दे हैं। कई विश्वविद्यालयों ने Chemistry departments को महंगा मान लिया है और इस कारण से कई departments बंद हो गए हैं।
2. क्या A-level Chemistry के छात्रों की संख्या बढ़ रही है?
हाँ, पिछले 20 वर्षों में A-level Chemistry के छात्रों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, 2004 से 2023 तक यह संख्या 32,130 से बढ़कर 55,512 हो गई है।
3. क्या Chemistry की पढ़ाई केवल chemist बनने के लिए है?
नहीं, Chemistry की पढ़ाई विभिन्न करियर विकल्पों के लिए दरवाजे खोलती है, जैसे medicine, pharmacy, और कई अन्य क्षेत्रों में।
4. Universities में Chemistry departments में वित्तीय समस्याएँ क्यों हैं?
Chemistry एक expensive subject है, क्योंकि यह lab-based है। इसमें chemicals और safety measures की आवश्यकता होती है, जो अतिरिक्त खर्चा लाते हैं।
5. क्या Chemistry में diversity का स्तर बढ़ रहा है?
हालांकि कई universities अब diversity पर ध्यान दे रहे हैं, लेकिन अभी भी इस क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता है। कई initiatives हाल ही में शुरू किए गए हैं, लेकिन प्रभाव देखने में समय लगेगा।
**Tags**
Chemistry, Education, Diversity, University, A-level, Funding, UK Education.
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