Introduction
क्या आपने कभी सोचा है कि शिक्षा के क्षेत्र में एक व्यक्ति की यात्रा कितनी प्रेरणादायक हो सकती है? आज हम बात करेंगे डॉ. अमृत थापा की, जिन्होंने शिक्षा में उत्कृष्टता और सामाजिक परिवर्तन के लिए अपने जीवन को समर्पित किया है। नेपाल में गरीबी और असमानता के बीच बड़े होने के बाद, डॉ. थापा ने न केवल अपनी कहानी लिखी, बल्कि पूरी दुनिया को शिक्षा के माध्यम से बदलने का प्रयास किया। आइए, उनकी यात्रा और विचारों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Full News
डॉ. अमृत थापा का सफर शिक्षा के क्षेत्र में एक अद्भुत कहानी है। उन्होंने अपनी शिक्षा में पीएचडी हासिल करने के बाद न्यूयॉर्क में नेशनल स्कूल क्लाइमेट सेंटर में रिसर्च डायरेक्टर के रूप में कार्य करना शुरू किया। यहाँ उन्होंने स्कूल क्लाइमेट प्रोजेक्ट्स का मूल्यांकन किया और सामाजिक-भावनात्मक सीखने के लिए उपकरण विकसित किए। लेकिन उनके लिए शिक्षण हमेशा से एक जुनून रहा है।
नेपाल में अपने पहले काम के दौरान, उन्होंने सुबह अर्थशास्त्र पढ़ाया और दोपहर में एक बैंक में काम किया। इस अनुभव ने उन्हें एहसास दिलाया कि शिक्षा ही उनकी असली calling है। 2015 में, डॉ. वाग्नर और डॉ. जीके के साथ बातचीत के बाद, वह पेन जीएसई के IEDP प्रोग्राम का हिस्सा बने। 2016 में, वह पूर्णकालिक शिक्षण में जुट गए।
डॉ. थापा का फोकस विकासात्मक अर्थशास्त्र पर है, खासकर उन देशों पर जो गरीबी में फंसे हैं। उनकी रुचि शिक्षा और विकास से संबंधित मुद्दों पर है, और वे उच्च-आय वाले देशों जैसे अमेरिका में भी काम करते हैं।
उन्होंने बताया कि कैसे वह शिक्षा के अर्थशास्त्र, मॉनिटरिंग और इवैल्यूएशन, और स्कूल क्लाइमेट में रुचि रखते हैं। प्रारंभ में, उन्होंने पारंपरिक अर्थशास्त्र का अध्ययन किया, लेकिन बाद में उन्होंने कृषि, स्वास्थ्य, और शिक्षा में व्यावहारिक आवेदन पर ध्यान केंद्रित किया। उनके काम ने उन्हें स्कूल क्लाइमेट सेंटर में रिसर्च डायरेक्टर के रूप में काम करने का अवसर दिया।
डॉ. थापा का मानना है कि आजकल स्कूल क्लाइमेट में बढ़ती रुचि का मुख्य कारण यह है कि शिक्षा का उद्देश्य केवल गणित और विज्ञान सिखाना नहीं है, बल्कि जिम्मेदार और सक्रिय नागरिक तैयार करना भी है। सामाजिक-भावनात्मक सीखना और नैतिक मूल्यों का विकास महत्वपूर्ण है।
शिक्षण में, वह एक सकारात्मक वातावरण बनाने का प्रयास करते हैं। उन्हें पता है कि अगर छात्र या शिक्षक शामिल नहीं हैं, तो शिक्षा की प्रक्रिया अधूरी रह जाती है। इसलिए, वह कहानी, हास्य, और सकारात्मकता के माध्यम से अपने छात्रों को जोड़ने का प्रयास करते हैं।
वर्तमान में, डॉ. थापा कई परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। एक नई परियोजना जलवायु परिवर्तन और शिक्षा पर है, जिसमें वे भारत में शोध कर रहे हैं। उनका लक्ष्य यह समझना है कि जलवायु परिवर्तन कैसे कमजोर समुदायों में सीखने को प्रभावित करता है। इसके अलावा, वह नेपाल में शिक्षा की भूमिका पर भी शोध कर रहे हैं, जो आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
Conclusion
डॉ. अमृत थापा की कहानी सिर्फ एक व्यक्ति की यात्रा नहीं है, बल्कि यह शिक्षा के प्रति उनके समर्पण और सामाजिक बदलाव की दिशा में उनके प्रयासों का एक प्रतीक है। उनके विचार और शोध न केवल शिक्षकों और छात्रों को प्रेरित करते हैं, बल्कि दुनिया भर में शिक्षा की स्थिति को बेहतर बनाने का एक मार्ग प्रशस्त करते हैं। जैसा कि डॉ. थापा ने कहा है, "एक स्वस्थ शरीर एक स्वस्थ मन की ओर ले जाता है", हमें भी अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
FAQs Section
1. डॉ. अमृत थापा ने IEDP में क्यों शामिल होने का निर्णय लिया?
डॉ. थापा ने IEDP में शामिल होने का निर्णय इसलिए लिया क्योंकि उन्हें शिक्षा का गहरा प्रेम था और वे एक ऐसे कार्यक्रम का हिस्सा बनना चाहते थे जो विकास और सामाजिक परिवर्तन को बढ़ावा देता है।
2. डॉ. थापा का मुख्य शोध क्षेत्र क्या है?
डॉ. थापा का मुख्य शोध क्षेत्र विकासात्मक अर्थशास्त्र, शिक्षा के अर्थशास्त्र, और स्कूल क्लाइमेट है। वे विशेष रूप से कमजोर समुदायों में शिक्षा और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर काम कर रहे हैं।
3. डॉ. थापा ने स्कूल क्लाइमेट में रुचि क्यों विकसित की?
डॉ. थापा का मानना है कि शिक्षा का उद्देश्य केवल अकादमिक विषयों तक सीमित नहीं होना चाहिए। स्कूल क्लाइमेट और सामाजिक-भावनात्मक सीखने पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है ताकि जिम्मेदार नागरिक तैयार किए जा सकें।
4. डॉ. थापा अपने छात्रों के साथ कैसे जुड़ते हैं?
डॉ. थापा अपने छात्रों के साथ जुड़ने के लिए कहानी, हास्य और सकारात्मकता का उपयोग करते हैं। वह एक सहायक और सकारात्मक वातावरण बनाने का प्रयास करते हैं ताकि छात्र सक्रिय रूप से भाग लें।
5. डॉ. थापा किस प्रकार की परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं?
डॉ. थापा जलवायु परिवर्तन और शिक्षा, शिक्षा की भूमिका पर आर्थिक विकास में, और स्कूल क्लाइमेट पर साहित्य समीक्षा जैसी परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं।
**Tags**
शिक्षा, विकासात्मक अर्थशास्त्र, स्कूल क्लाइमेट, सामाजिक-भावनात्मक सीखना, जलवायु परिवर्तन, डॉ. अमृत थापा, IEDP, पेन जीएसई
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