Introduction
विज्ञान और प्रौद्योगिकी की दुनिया में, NASA एक बार फिर से एक नई ऊंचाई पर पहुँचने की तैयारी कर रहा है। उनकी विशेष X-59 विमान, जो कि सुपरसोनिक उड़ान के दौरान उत्पन्न होने वाले "sonic thumps" को मापने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में कार्य करेगी, के विकास के लिए नए उपायों का परीक्षण किया जा रहा है। इस लेख में, हम उन नई तकनीकों और उपकरणों पर एक नज़र डालेंगे जो NASA के Quesst मिशन के तहत विकसित किए जा रहे हैं, और यह कैसे उड़ान के अनुभव को बदलने में मदद करेगा।
Full Article
NASA के Armstrong Flight Research Center, कैलिफोर्निया में, वैज्ञानिकों ने एक अनोखा "shock-sensing probe" विकसित किया है, जो X-59 विमान द्वारा उत्पन्न होने वाले विशेष shock waves को मापने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह probe, एक cone के आकार में है और इसे दो विभिन्न संस्करणों में बनाया गया है। पहला probe नजदीकी माप के लिए है, जो उन shock waves को पकड़ता है जो विमान के बहुत करीब उत्पन्न होते हैं। दूसरा probe, मध्य क्षेत्रीय माप के लिए है, जो 5,000 से 20,000 फीट की ऊँचाई पर डेटा इकट्ठा करेगा।
जब कोई विमान सुपरसोनिक गति से उड़ता है, तो वह चारों ओर shockwaves उत्पन्न करता है, जो तेज़ sonic booms का कारण बनते हैं। लेकिन X-59 की डिज़ाइन इसे इस प्रकार से तैयार किया गया है कि यह इन shock waves को मोड़ देता है, जिससे loud sonic booms की जगह quieter sonic thumps उत्पन्न होते हैं।
NASA के अनुसंधान में, एक F-15B विमान पर shock-sensing probe लगाया जाएगा, जो X-59 के साथ उड़ान भरेगा। यह probe, लगभग 6 फीट लंबा है और यह प्रति सेकंड हजारों pressure samples को लगातार इकट्ठा करेगा। यह डेटा, X-59 द्वारा उत्पन्न होने वाले shock waves की ताकत के बारे में कंप्यूटर मॉडल को मान्य करने के लिए महत्वपूर्ण होगा।
NASA के प्रमुख जांचकर्ता, Mike Frederick ने कहा, “shock-sensing probe असली डेटा के स्रोत के रूप में कार्य करेगा, जो हमें भविष्यवाणी किए गए डेटा की तुलना वास्तविक मापों से करने की अनुमति देगा।”
F-15B का near-field probe, X-59 के लगभग 55,000 फीट की ऊँचाई पर उड़ान भरते हुए उसके पीछे उड़ान भरता है। यह "follow-the-leader" सेटअप का उपयोग करेगा, जिससे शोधकर्ता वास्तविक समय में shock waves का विश्लेषण कर सकें।
इस probe की क्षमता बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि X-59 के shock waves सामान्य सुपरसोनिक विमानों की तुलना में अपेक्षाकृत कमजोर होने की उम्मीद है।
प्रोब के पास पांच pressure ports हैं, जो एक टिप पर और चार कोन के चारों ओर हैं। ये पोर्ट static pressure परिवर्तन को मापते हैं, जिससे शोधकर्ताओं को विशेष विमान के shock characteristics को समझने में मदद मिलती है।
जल्द ही, शोधकर्ता near-field shock-sensing probe के उन्नयन का मूल्यांकन करेंगे। इस probe में pressure transducers को केवल 5 इंच की दूरी पर रखा गया है। पहले के डिज़ाइन में ये लगभग 12 फीट दूर थे, जिससे रिकॉर्डिंग समय में देरी होती थी और मापों में विकृति आती थी।
विभिन्न तापमान संवेदनशीलता भी एक चुनौती थी, जिससे सटीकता में उतार-चढ़ाव होता था। इस समस्या को हल करने के लिए, टीम ने उड़ान के दौरान pressure transducers को स्थिर तापमान पर रखने के लिए एक heating system डिज़ाइन किया है।
Frederick ने कहा, “यह probe Quesst मिशन की आवश्यकताओं को पूरा करेगा। यह परियोजना दिखाती है कि NASA कैसे मौजूदा तकनीक को नए चुनौतियों का सामना करने के लिए अनुकूलित कर सकता है।”
Conclusion
NASA का यह प्रयास न केवल supersonic उड़ान के अनुभव को सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह भविष्य में विमानन क्षेत्र में एक नई दिशा भी दिखा सकता है। X-59 के द्वारा उत्पन्न होने वाले quieter sonic thumps, उड़ान के दौरान नागरिकों को होने वाली असुविधा को कम कर सकते हैं। यह परियोजना हमें यह भी याद दिलाती है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में लगातार नवाचार और अन्वेषण एक आवश्यक प्रक्रिया है, जो हमें नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने में मदद करती है।
FAQs Section
1. X-59 क्या है?
X-59 एक विशेष सुपरसोनिक विमान है जिसे NASA द्वारा डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य sonic booms को quieter sonic thumps में परिवर्तित करना है, जिससे आवाज़ में कमी आएगी।
2. Shock-sensing probe का क्या कार्य है?
Shock-sensing probe का कार्य X-59 द्वारा उत्पन्न होने वाले shock waves को मापना है। यह विमान के चारों ओर हवा के दबाव में परिवर्तनों को रिकॉर्ड करता है, जिससे शोधकर्ताओं को बेहतर जानकारी मिलती है।
3. F-15B का उपयोग क्यों किया जा रहा है?
F-15B एक लड़ाकू विमान है जिसका उपयोग X-59 के साथ उड़ान भरने और shock-sensing probe से डेटा इकट्ठा करने के लिए किया जा रहा है। यह एक प्रकार की परीक्षण उड़ान है।
4. Near-field और mid-field probe में क्या अंतर है?
Near-field probe उन shock waves को मापता है जो विमान के बहुत करीब उत्पन्न होते हैं, जबकि mid-field probe ऊँचाई पर स्थित shock waves का डेटा इकट्ठा करता है, जो कि 5,000 से 20,000 फीट के बीच होता है।
5. NASA के Quesst मिशन का उद्देश्य क्या है?
NASA का Quesst मिशन quieter supersonic उड़ान के लिए डेटा इकट्ठा करने और sonic booms को कम करने के लिए अनुसंधान करना है, जिससे नागरिक उड़ान में बेहतर अनुभव हो सके।
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