Introduction
क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप TikTok या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अंतहीन स्क्रॉल करते हैं, तो आपके दिमाग में वास्तव में क्या हो रहा है? हाल के अध्ययनों से पता चलता है कि "brain rot" केवल एक शब्द नहीं है, बल्कि यह उस स्थिति का सटीक विवरण है, जिसमें हमारा मस्तिष्क इस "junk content" की खपत से गुजरता है। आइए इस दिलचस्प विषय पर गहराई से विचार करें और जानें कि यह हमारी मानसिक स्वास्थ्य पर कैसे प्रभाव डालता है।
Full Article
स्पेन के एक प्रमुख समाचार पत्र El País की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दशक में एक बढ़ती हुई वैज्ञानिक साक्ष्य का समूह यह सुझाव देता है कि हमारे दिमाग में अव्यवस्थित सामग्री, जैसे कि सोशल मीडिया से जुड़े "junk content" और संवेदनशील समाचार, का लगातार सेवन शारीरिक ग्रे मैटर को कम कर सकता है। यह केवल एक संयोग नहीं है। इसके अतिरिक्त, इससे हमारी ध्यान की अवधि और स्मृति भी कमजोर होती है।
क्या आपको पता है कि ये लक्षण अक्सर जानबूझकर डिजाइन किए गए होते हैं? उदाहरण के लिए, ऐप्स में "infinite scrolling" का उपयोग हमारे अंदर की उस ललक को बढ़ाने के लिए किया जाता है जिससे हम अंतहीन सामग्री का उपभोग करते रहें। यह एक ऐसा पैटर्न है जो हमारे ध्यान और कार्यकारी कार्यों को प्रभावित कर सकता है।
मिचोएल मोशेल, जो कि मैक्वेरी विश्वविद्यालय के एक शोधकर्ता हैं, कहते हैं, "यह हमारे ध्यान और कार्यकारी कार्यों को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है, क्योंकि यह हमारी फोकस को अभिभूत करता है और हमारे दुनिया को देखने और प्रतिक्रिया करने के तरीके को बदल देता है।"
इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि यह doomscrolling की प्रवृत्ति हमारे दिमाग की एक प्राकृतिक विशेषता का परिणाम है, जो हमें नई और अक्सर हानिकारक जानकारी की तलाश में ले जाती है। शोध से यह भी पता चला है कि निरंतर डिजिटल सामग्री का उपभोग एक dissociative state को प्रेरित कर सकता है। आप जानते हैं, जब हम अपनी फोन स्क्रीन पर इतने engrossed हो जाते हैं कि समय का ध्यान नहीं रहता।
2023 में किए गए एक अध्ययन में लगभग 1,100 लोगों का सर्वेक्षण किया गया, जिसमें पाया गया कि यह compulsive digital content consumption मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, विशेष रूप से तनाव के उच्च स्तर के साथ। इसी कारण, अमेरिका के सर्जन जनरल ने 13 साल से छोटे बच्चों को सोशल मीडिया का उपयोग करने से रोकने की सलाह दी है।
सोशल मीडिया और ऐप्स हमें तेजी से बदलते और विविध उत्तेजनाओं से बौछार करते हैं, जिससे हमें लगातार अपना ध्यान बदलना पड़ता है। एडुआर्डो फर्नांडेज जिमेनेज, जो कि अस्पताल ला पाज़ मैड्रिड के एक क्लिनिकल मनोवैज्ञानिक हैं, बताते हैं कि "यह लंबे समय में हमारे एक कार्य पर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को degrade करता है, जो शैक्षणिक अध्ययन से जुड़ा होता है।"
जो लोग इंटरनेट का अत्यधिक उपयोग करते हैं, उनके दिमाग के उन क्षेत्रों में ग्रे मैटर वॉल्यूम में कमी देखी गई है जो निर्णय लेने, पुरस्कार प्रक्रिया, और आवेग नियंत्रण में शामिल हैं। मोशेल ने इस परिवर्तन को substance addictions के पैटर्न से जोड़ा है, जो कि मेथाम्फेटामाइन या शराब के प्रभावों के समान होते हैं।
शायद अब समय आ गया है कि हम अपने फोन को थोड़ी देर के लिए छोड़ दें। अगर "brain rot" ने अभी तक पूरी तरह से हमें प्रभावित नहीं किया है, तो यह एक चेतावनी है।
Conclusion
इस अध्ययन से स्पष्ट है कि सोशल मीडिया और डिजिटल सामग्री का अत्यधिक उपयोग हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। यह सिर्फ एक तात्कालिक समस्या नहीं है, बल्कि एक दीर्घकालिक चिंता का विषय है। हमें यह समझने की जरूरत है कि कैसे हम अपने डिजिटल उपभोग को नियंत्रित कर सकते हैं, ताकि हम अपने दिमाग और स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकें।
FAQs Section
1. "Brain Rot" क्या है?
"Brain rot" एक ऐसा शब्द है जो उस स्थिति का वर्णन करता है, जब कोई व्यक्ति अत्यधिक "junk content" का उपभोग करता है, जिससे उसकी मानसिक स्थिति प्रभावित होती है। यह ध्यान की कमी, कमजोर स्मृति, और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
2. क्या सोशल मीडिया का उपयोग स्वास्थ्य को प्रभावित करता है?
हां, शोध से पता चलता है कि सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को हानि पहुँचा सकता है, जैसे कि तनाव और ध्यान की कमी।
3. "Doomscrolling" क्या है?
"Doomscrolling" एक प्रवृत्ति है जिसमें लोग लगातार नकारात्मक समाचारों और सामग्री को पढ़ते रहते हैं, जिससे वे मानसिक रूप से प्रभावित हो सकते हैं।
4. क्या बच्चों को सोशल मीडिया का उपयोग करना चाहिए?
अमेरिका के सर्जन जनरल ने सलाह दी है कि 13 साल से छोटे बच्चों को सोशल मीडिया का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
5. हम अपने डिजिटल उपभोग को कैसे नियंत्रित कर सकते हैं?
हम अपने स्क्रीन समय को सीमित कर सकते हैं, नियमित ब्रेक ले सकते हैं, और स्वस्थ सामग्री का सेवन करके अपने डिजिटल उपभोग को नियंत्रित कर सकते हैं।
Tags
Tags: Brain Rot, Doomscrolling, Mental Health, Social Media, Digital Content, Attention Span, Gray Matter, Substance Addictions, Health Risks, Digital Consumption.