Introduction
20 जनवरी 2025 को, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सरकार ने एक कार्यकारी आदेश (Executive Order) जारी किया, जिसका शीर्षक है, Defending Women from Gender Ideology Extremism and Restoring Biological Truth to the Federal Government.” यह आदेश, ट्रम्प प्रशासन के पहले दिन में कई अन्य कार्यकारी आदेशों के साथ जारी किया गया। इस आदेश के पीछे एक स्पष्ट उद्देश्य है – लिंग और उसके संकेतों को लेकर एक नई परिभाषा स्थापित करना। इस लेख में, हम इस आदेश के विभिन्न पहलुओं और इसके संभावित प्रभावों का विश्लेषण करेंगे।
Full News
ट्रम्प प्रशासन के इस आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि संयुक्त राज्य सरकार केवल दो लिंगों – पुरुष और महिला को मान्यता देगी। इसके अनुसार, लिंग को एक व्यक्ति की अपरिवर्तनीय जैविक वर्गीकरण” के रूप में परिभाषित किया गया है। यह परिभाषा यह भी स्पष्ट करती है कि लिंग "gender identity" के विचार का पर्याय नहीं है। इसके साथ ही, इस कार्यकारी आदेश में महिला” और लड़की” का अर्थ वयस्क और किशोर मानव मादा तथा पुरुष” और लड़का” का अर्थ वयस्क और किशोर मानव नर के रूप में निर्धारित किया गया है।
इस आदेश के अंतर्गत, स्वास्थ्य और मानव सेवाओं के सचिव को इन परिभाषाओं के विस्तार के लिए मार्गदर्शन प्रदान करने का निर्देश दिया गया है। सभी संघीय एजेंसियों को आदेश दिया गया है कि वे इस आदेश में निर्धारित परिभाषाओं का उपयोग करें जब वे कानूनों, विनियमों या मार्गदर्शिकाओं की व्याख्या या अनुप्रयोग करें।
यह आदेश यह भी दर्शाता है कि ट्रम्प प्रशासन इन परिभाषाओं को कानून में शामिल करने की योजना बना रहा है। इसके लिए, आदेश में राष्ट्रपति के legislative affairs के सहायक को 30 दिनों के भीतर प्रस्तावित विधेयक का पाठ तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
एक महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि इस आदेश में सुप्रीम कोर्ट के Bostock v. Clayton County के निर्णय का उल्लेख किया गया है, जिसने यह निर्धारित किया था कि 1964 के Civil Rights Act का Title VII कर्मचारी को लिंग पहचान या यौन अभिविन्यास के आधार पर भेदभाव से बचाता है। ट्रम्प प्रशासन के अनुसार, Biden प्रशासन का तर्क कानूनी रूप से असंभव” है।
अंत में, इस कार्यकारी आदेश में संघीय एजेंसियों को निर्देशित किया गया है कि वे "gender ideology" को समाप्त करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं। इसके तहत, संघीय धन को लिंग विचारधारा को बढ़ावा देने में रोकने के लिए ग्रांट की शर्तों और ग्रांट प्राप्तकर्ताओं की प्राथमिकताओं का आकलन करने का निर्देश दिया गया है।
Conclusion
यह कार्यकारी आदेश न केवल लिंग और उसकी परिभाषा को बदलने का प्रयास है, बल्कि यह संघीय एजेंसियों और संस्थानों को एक नई दिशा में ले जाने की कोशिश भी है। इससे शिक्षा, स्वास्थ्य, और अन्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन आ सकते हैं। संस्थानों को इस आदेश का पालन करते हुए आने वाले मार्गदर्शन की प्रतीक्षा करनी चाहिए, क्योंकि यह उनके लिए नई चुनौतियाँ और अवसर लेकर आ सकता है। ट्रम्प प्रशासन की इस पहल के प्रभावों को समझना और उन पर ध्यान देना आवश्यक होगा, क्योंकि इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं।
FAQs Section
1. इस कार्यकारी आदेश का मुख्य उद्देश्य क्या है?
यह कार्यकारी आदेश लिंग की परिभाषा को सुस्पष्ट करना और केवल दो लिंगों – पुरुष और महिला को मान्यता देना है।
2. क्या इस आदेश का कोई कानूनी प्रभाव होगा?
हाँ, ट्रम्प प्रशासन ने इस आदेश को कानून में शामिल करने की योजना बनाई है, जिसके लिए प्रस्तावित विधेयक का पाठ तैयार किया जाएगा।
3. संघीय एजेंसियों को इस आदेश का पालन कैसे करना होगा?
संघीय एजेंसियों को इस आदेश में दी गई परिभाषाओं का उपयोग करने और असंगत मार्गदर्शिकाओं को रद्द करने का निर्देश दिया गया है।
4. Bostock v. Clayton County का इस आदेश में क्या स्थान है?
इस आदेश में Bostock निर्णय का उल्लेख किया गया है, जिसमें कहा गया था कि लिंग पहचान के आधार पर भेदभाव अवैध है। ट्रम्प प्रशासन ने इसे “कानूनी रूप से असंभव” बताया है।
5. क्या इस आदेश का प्रभाव शिक्षा पर भी पड़ेगा?
हाँ, इस आदेश का प्रभाव शिक्षा क्षेत्र पर भी पड़ेगा, खासकर Title IX के तहत। संस्थानों को इस संबंध में नए मार्गदर्शन की प्रतीक्षा करनी चाहिए।
## Tags
Gender Ideology, Executive Order, Trump Administration, Bostock Decision, Title IX, Federal Policy, U.S. Government
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