Introduction:
एक बार की बात है, एक IAS Officer, जिनका नाम Awanish Sharan था, ने न केवल अपने सपनों को साकार किया, बल्कि लाखों छात्रों को प्रेरित किया। उनकी कहानी एक ऐसे संघर्ष की दास्तान है जिसमें असफलताओं ने उन्हें आगे बढ़ने से नहीं रोका। Awanish की यात्रा यह साबित करती है कि असफलताएँ वास्तव में सफलता के रास्ते में सीढ़ियाँ बन सकती हैं।
Full News:
Awanish Sharan, जो 2009 बैच के Chhattisgarh cadre के IAS Officer हैं, ने हाल ही में सोशल मीडिया पर अपनी यात्रा साझा की, जिसमें उन्होंने अपने संघर्ष और असफलताओं के बारे में बताया। Awanish ने बताया कि वे केवल 44.7% अंक लेकर दसवीं कक्षा में पास हुए, जो उनके लिए एक कठिन शुरुआत थी। इसके बाद, उन्होंने कई प्रतियोगी परीक्षाओं में असफलताएँ देखीं, लेकिन उनकी मेहनत और दृढ़ संकल्प ने उन्हें कभी हार मानने नहीं दिया।
Awanish ने साझा किया कि वे 13 बार विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में असफल रहे। उन्होंने CDS (Combined Defence Services) और CPF (Central Police Forces) जैसी परीक्षाएँ दीं, और राजस्व सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षाओं में 10 से अधिक बार असफल रहे। लेकिन प्रत्येक असफलता ने उन्हें और भी अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।
अवसर के इंतज़ार में उन्होंने UPSC Civil Services Examination दिया। यह उनका पहला प्रयास था, जिसमें वे इंटरव्यू स्टेज तक पहुँचे। दूसरे प्रयास में, उन्होंने 77वीं रैंक के साथ परीक्षा पास की और 2009 में IAS बनने का सपना पूरा किया।
Awanish की शैक्षणिक यात्रा भी आसान नहीं थी। उन्होंने 10वीं में 44.7%, 12वीं में 65% और स्नातक में लगभग 60% अंक प्राप्त किए। ऐसे अंक किसी भी व्यक्ति को हतोत्साहित कर सकते थे, लेकिन Awanish की कहानी यह दिखाती है कि अंक किसी की किस्मत को नहीं बनाते, बल्कि मेहनत और संघर्ष ही सफलता की कुंजी होते हैं।
उनका यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, और कई लोगों ने उनकी मेहनत और दृढ़ता की सराहना की। उनकी कहानी यह साबित करती है कि केवल अच्छे अंक या पहले आना ही सफलता नहीं है; असली सफलता तो उन लोगों के लिए है जो कभी हार नहीं मानते, चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न आएं।
Conclusion:
Awanish Sharan की कहानी न केवल युवाओं के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह हमें यह भी सिखाती है कि असफलताओं को अपने रास्ते में बाधा नहीं बनने देना चाहिए। उनके अनुभव यह दर्शाते हैं कि सच्ची सफलता का सफर कभी आसान नहीं होता, लेकिन अगर आप मेहनत और दृढ़ता के साथ आगे बढ़ते हैं, तो आप किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
FAQs Section:
1. Awanish Sharan ने कितनी बार प्रतियोगी परीक्षाएँ दीं?
Awanish Sharan ने 13 बार प्रतियोगी परीक्षाएँ दीं और कई बार असफल रहे। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार प्रयास करते रहे।
2. Awanish की शैक्षणिक योग्यता क्या थी?
Awanish ने 10वीं में 44.7%, 12वीं में 65% और स्नातक में लगभग 60% अंक प्राप्त किए।
3. उन्होंने IAS की परीक्षा कब दी?
उन्होंने UPSC Civil Services Examination का पहला प्रयास किया, जिसमें वे इंटरव्यू स्टेज तक पहुँचे। दूसरे प्रयास में उन्होंने परीक्षा पास की और IAS बने।
4. Awanish की कहानी का क्या संदेश है?
Awanish की कहानी यह दर्शाती है कि असफलताएँ सफलता की सीढ़ियाँ हो सकती हैं। मेहनत और दृढ़ संकल्प से कोई भी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।
5. उनकी कहानी ने युवाओं को क्या प्रेरणा दी?
उनकी कहानी ने युवाओं को यह सिखाया कि अंक केवल एक संख्या हैं और असली सफलता मेहनत, समर्पण और न हार मानने की भावना से आती है।
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इस तरह, Awanish Sharan की प्रेरणादायक यात्रा ने हमें यह सिखाया है कि सफल होने के लिए केवल अच्छे अंक नहीं, बल्कि एक मजबूत इरादा और मेहनत की आवश्यकता होती है। अधिक जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहें [Vidyamag](https://www.vidyamag.com)।