Introduction
जब हम अमेरिका के इतिहास में राष्ट्रपति की बात करते हैं, तो कुछ नाम ऐसे हैं जो हमेशा चर्चा में रहते हैं। इनमें से दो प्रमुख नाम हैं वुडरो विल्सन और फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट। ये दोनों ही राष्ट्रपति अपने समय के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णयों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन एक पहलू जो अक्सर चर्चा का विषय बना रहता है, वह है उनकी फ्री स्पीच के प्रति नीति। हाल ही में, FIRE (फाउंडेशन फॉर इंडिविजुअल राइट्स इन एजुकेशन) ने इस विषय पर एक दिलचस्प चर्चा शुरू की, जिसमें यह सवाल उठाया गया कि क्या वुडरो विल्सन फ्री स्पीच के लिए सबसे खराब राष्ट्रपति थे, या फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट ने इस मामले में उन्हें पीछे छोड़ दिया?
Full News
इस चर्चा में वुडरो विल्सन के पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले क्रिस्टोफर कॉक्स हैं, जो हाल ही में अपनी नई किताब "Woodrow Wilson: The Light Withdrawn" के लेखक हैं। कॉक्स, जो पूर्व में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के सदस्य रह चुके हैं, इस समय कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, इरविन में एक सीनियर स्कॉलर हैं। उनकी किताब में विल्सन की फ्री स्पीच की नीति पर प्रकाश डाला गया है, जिसमें उनकी सरकार द्वारा लागू की गई सेंसरशिप की आलोचना की गई है।
वहीं, फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट के पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं डेविड टी. बीटो, जो इंडिपेंडेंट इंस्टीट्यूट के रिसर्च फेलो और अलबामा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एमेरेटस हैं। बीटो की हाल की किताब "The New Deal’s War on the Bill of Rights: The Untold Story of FDR’s Concentration Camps, Censorship, and Mass Surveillance" में वे फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट के फ्री स्पीच रिकॉर्ड की आलोचना करते हैं और यह तर्क करते हैं कि रूजवेल्ट की नीतियां विल्सन से भी खराब थीं।
इस चर्चा में दोनों पक्षों के तर्कों को सुनने के लिए एक ट्रांसक्रिप्ट उपलब्ध है, जिसमें विभिन्न विषयों पर समय चिह्नित किए गए हैं। जैसे कि:
- 00:00 इंट्रो
- 03:41 विल्सन का फ्री स्पीच रिकॉर्ड
- 15:13 क्या एफडीआर का रिकॉर्ड विल्सन से बदतर था?
- 24:01 जापानी इंटर्नमेंट
- 29:35 विल्सन के राष्ट्रपति पद के अंत में
- 37:42 एफडीआर और ह्यूगो ब्लैक
- 42:31 द स्मिथ एक्ट
- 45:42 क्या विल्सन ने अपने कार्यों पर पछतावा किया?
- 50:31 सुफ्राजिस्ट
- 56:19 क्या एफडीआर ने अपने कार्यों पर पछतावा किया?
- 01:02:04 आउट्रो
Conclusion
इस चर्चा ने हमें यह सोचने पर मजबूर किया है कि कैसे विभिन्न प्रशासन ने फ्री स्पीच के अधिकारों को प्रभावित किया। क्या वुडरो विल्सन वास्तव में फ्री स्पीच के लिए सबसे खराब राष्ट्रपति थे, या फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट ने इस मामले में उन्हें पीछे छोड़ दिया? यह सवाल न केवल अमेरिका के इतिहास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि वर्तमान में भी फ्री स्पीच के अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता को उजागर करता है।
FAQs Section
1. वुडरो विल्सन की फ्री स्पीच नीति क्या थी?
वुडरो विल्सन की फ्री स्पीच नीति को उनके समय में लागू की गई सेंसरशिप के जरिए देखा जा सकता है। उन्होंने कई ऐसे कानून पारित किए, जिन्होंने नागरिकों के बोलने के अधिकार को सीमित किया।
2. फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट की नीतियों का क्या प्रभाव था?
फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट की नीतियों ने भी फ्री स्पीच को प्रभावित किया, खासकर द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, जब उन्होंने जापानी अमेरिकियों को इंटर्नमेंट कैम्प में भेजने का निर्णय लिया।
3. क्या इन दोनों नेताओं ने अपने कार्यों पर पछताया?
चर्चा में यह सवाल उठाया गया कि क्या वुडरो विल्सन और एफडीआर ने अपने कार्यों पर पछतावा किया। हालांकि, इस विषय पर स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन कुछ दस्तावेजों से संकेत मिलता है कि विल्सन को अपने कार्यों पर पछतावा हो सकता था।
4. क्या फ्री स्पीच का अधिकार अमेरिका में हमेशा सुरक्षित रहा है?
फ्री स्पीच का अधिकार अमेरिका में हमेशा सुरक्षित नहीं रहा है। विभिन्न प्रशासनों के तहत कई बार इसे खतरे में डाला गया है, और यह विषय आज भी बहस का केंद्र बना हुआ है।
5. क्या वर्तमान में फ्री स्पीच के अधिकार को खतरा है?
जी हां, वर्तमान में भी फ्री स्पीच के अधिकार को विभिन्न तरीकों से खतरे का सामना करना पड़ रहा है, जैसे कि सोशल मीडिया पर सेंसरशिप और राजनीतिक दबाव।
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